//राजीव शुक्ला//
राजनगर(छतरपुर)। राजनगर कृषि उपज मंडी सहित जनपद के विभिन्न गेहूं उपार्जन केंद्रों में बारदाने की कमी को लेकर उपजी समस्याओं के चलते बीती रात व आज भी तेज बारिश के चलते खुले में रखा किसानों के अनाज को हुए नुकसान से आक्रोशित किसान आज तहसील के सामने सड़क पर इकट्ठे हुए तथा प्रदर्शन करते हुए रोड जाम कर दिया । आक्रोशित किसानों को समझाइश देने के लिए तहसीलदार विजय कुमार सेन, नायब तहसीलदार विजय कांत त्रिपाठी एवं राजनगर थाना प्रभारी पंकज शर्मा फौरन मौके पर पहुंचकर किसानों को समझाइश दी और उनका गुस्सा शांत किया , हालांकि अधिकारियों का यह कहना है कि बारदाने की कमी ना सिर्फ राजनगर मंडी बल्कि जिला और पूरे प्रदेश में है , कोरोना काल के कारण बाहर से आने वाली इस सप्लाई में समस्या हो रही है क्योंकि कोविड-19 के चलते फैक्ट्रियों में भी उत्पादन कम हुआ है जिसके चलते यह समस्या पैदा हुई साथ ही असमय बारिश ने भी और अधिक समस्या खड़ी कर दी, हालांकि अधिकारियों का यह भी कहना है कि जब तक तुलाई नहीं हो जाती तब तक किसानों को अपने उपज की सुरक्षा करना अनिवार्य है , एस एम एस प्राप्त होते ही किसान बड़ी संख्या में एकदम से मंडियों की ओर पहुंच गए और खुले में अपना गेहूं रख दिया जिसके चलते यह समस्या पैदा हुई है । फिलहाल किसानों की अपनी एक समस्या है और उनका जो नुकसान हुआ है वह भी निश्चित रूप से चिंताजनक है, लेकिन जिस तरह से अब किसानों को लेकर राजनीति हो रही है वह भी दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि बारदाने की कमी के कारण स्पष्ट हैं और इस समस्या के चलते ही तारीखे भी प्रशासन के द्वारा बढ़ाई गई हैं और प्रशासन के द्वारा यह भी कहा गया है कि किसान का एक-एक दाना लिया जाएगा, लेकिन अगर ऐसे ही खुले में किसान अपनी उपज को रखे रहेंगे और यूं ही असमय बारिश होती रहेगी तो स्वाभाविक तौर पर नुकसान भी सुनिश्चित है जिसके लिए कोई उपाय किए जाने की आवश्यकता है जिससे हमारा अन्नदाता किसान परेशान ना हो और ना ही उसके गाड़ी मेहनत की उपज बर्बाद भी ना हो सके, हालांकि उक्त मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी के जिला महामंत्री अरविंद पटेरिया ने अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि वह किसानों के साथ हैं और उनकी हर समस्या का समाधान होगा जिसको लेकर खजुराहो लोकसभा क्षेत्र के सांसद विष्णु दत्त शर्मा जी को भी अवगत कराया गया है सांसद महोदय के द्वारा तत्परता दिखाते हुए जिला प्रशासन से इस समस्या के शीघ्र समाधान खोजने हेतु निर्देशित भी किया है , अतः अब संभावना है कि शीघ्र ही बारदाने की कमी पूरी हो सकेगी और किसानों की फसल की तुलाई भी प्रारंभ होगी ।