नेटवर्क इंदौर। कारगिल युद्ध में हमने 60 दिन में जीत हासिल की और ऑपरेशन सिंदूर में सफलता हासिल करने में सिर्फ 22 मिनट लगे। अगर तकनीकों का विकास इसी तरह होता रहा तो आगे युद्ध में जीत की इबारत लिखने में हमें 6 मिनट भी नहीं लगेंगे। यह बात कर्नल दिनेश कुमार ने कहीं। प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस श्री अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय में शनिवार को कारगिल विजय दिवस मनाया गया। स्वामी विवेकानंद करियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ द्वारा कलाम कक्ष में आयोजित हुए इस कार्यक्रम में विशेष अतिथि वक्ता के रूप में सेवानिवृत्त कर्नल दिनेश कुमार एवं अमेरिकी सेना और अमेरिकी अंतरिक्ष बल के प्रशिक्षक क्षितिज शर्मा मुख्य रूप से उपस्थित हुए।
*हर युद्ध के चार हथियार*- कार्यक्रम में कर्नल दिनेश कुमार ने कहा कि चाहे युद्ध हथियार से लड़ा जाए या एआई तकनीक से हर युद्ध में ताकत, तरकीब, तकनीक और तेवर वो हथियार है जो दुश्मन को चारों खाने चित्त कर सकता है। उन्होंने कारगिल युद्ध से जुड़े अपने अनुभव व स्मरण साझा करते हुए कहा कि हमारे सैनिकों ने अपने साहस से उस असंभव जीत को संभव बनाया। अभिनेता नाना पाटेकर को याद करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने भी उस युद्ध में हिस्सा लेने की इच्छा जताई और युद्ध का सामान अपने कंधों पर लादकर एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया। उस समय कारगिल युद्ध में पूरा भारत एक साथ खड़ा दिखाई दिया था।
*सेना में पैसे के साथ सम्मान भी*-
एनसीसी कैडेट्स और विद्यार्थियों को अग्नि वीर और सीडीएस भर्ती परीक्षा के विषय में जानकारी देते हुए कर्नल दिनेश कुमार ने कहा की सेना में पैसा कमाने का मौका ही नहीं सम्मान पाने का मौका भी मिलता है। यह वह सम्मान है जो किसी आम नागरिक को कभी नहीं मिलता।
*युद्ध में एआई चार कदम आगे*-
अमेरिकी सेना और अमेरिकी अंतरिक्ष बल में प्रशिक्षक एवं एआई विशेषज्ञ क्षितिज शर्मा ने कहा कि आगे आने वाले समय में दुश्मन कहां है, कहां जाएगा, उसकी संख्या कितनी है, यह सब एआई से पता चल जाएगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में युद्ध जवान नहीं रोबोट लड़ेंगे। इन रोबोट को ना खाने की जरूरत होगी और ना किसी का डर। शतरंज के ग्रैंड मास्टर की तरह यह युद्ध में चार कदम आगे की सोचेगा।अमेरिका इस पर काम कर चुका है। भारत में अभी इस पर काम करना बाकी है।अगर हमें अपने देश को सुरक्षित रखना है तो एआई सीखना होगा।
इस मौके पर विद्यार्थियों की पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। साथ ही कारगिल युद्ध से संबंधित शॉर्ट फिल्म भी विद्यार्थियों को दिखाई गई। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत प्राचार्य डॉ. ममता चंद्रशेखर और स्वामी विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ की प्रभारी डॉ. ज्योति तनेजा ने किया। इस मौके पर डॉ .प्रकाश गर्ग, डॉ.महेश गुप्ता, डॉ. डीके गुप्ता, डॉ.एस.एल भाटिया, डॉ ज्ञानेश्वर तीखे, डॉ.बालू तीखे कल्पना सक्सेना एवं अन्य प्रोफेसर एवं कर्मचारी उपस्थित हुए। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर हरीश मिमरोठ ने किया आभार डॉ. भगवत राय ने माना। उक्त जानकारी डॉ. वन्दना जोशी ने दी।